- 63 Posts
- 330 Comments
आया और चला गया वेलेंनटाईन डे.सोचा था इस बार भी कुछ जूनून देखने को मिलेगा और कुछ उपद्रव भी .पर शायद सभी ने आपस में जोड़ा जोड़ी कर ली थी की बिना कुछ बताये चोरी चोरी मना लेंगे वेलेंनटाईन डे.
सच कहू तो मज़ा नहीं आया इस वेलेंनटाईन डे पर …..अरे नहीं भाई मेरा वेलेंनटाईन कोई नहीं है .मुझे तो मज़ा आता है इस तरह के दुनियादारी वाले वेलेंनटाईन डे पर ,,,,जिसे देखो बहादुरी दिखाने चल पड़ता है वेलेंनटाईन डे पर .तितलिया भी कोई कोर कसर नहीं छोडती की अपने मजनुओ की गर्दन कटवा ही न दे .इसी वेलेंनटाईन डे पर ऐसी मांग कर देंगी की देखे “मेरे लिए क्या कर सकते हो ? अगर नहीं कर सकते हो तो मजनू किस बात के ? और फिकर किसे है .कोई ये कहेगा ,,,,तू नहीं और सही , और वो कहेगी तू तो कुछ नहीं कर सकता ,,,जो कर सकता है वही मेरा सब कुछ है……….तो भैया वेलेंनटाईन डे वाला प्यार कुछ ऐसा ही नजारा दिखता है जिसे हम अगले दिन पेपर पर पड़ने को बावले हुए जाते है ……..कभी खिसिया जाते है और कभी दांतों तले उंगली दबा लेते है………अभी कुछ दिनों पहले देहरादून में सेलाकुई की फेक्टरी में काम करने वाले युवक ने रिसेप्सनिस्ट की तलवार से हत्या कर दी. कथित प्यार के तोर पे . कुछ समय पहले राजेश ने अपने प्यार अनुपमा का क़त्ल कर दिया कथित प्यार के तोर पे . दो नाबालिग बच्चो ने रेल की पटरी के नीचे आकर अपनी कीमती जान दे दी कथित प्यार के तोर पे .
तो पूछना चाहती हु की क्या ये सब प्यार है.प्यार इतना क्रूर है प्यार इतना अँधा है.प्यार इतना गिरा गराया है की एक अदद वेलेंनटाईन डे में सिमट कर ही रह गया है.
शायद आज प्यार के मायने बदल गए है .हो भी क्यों न ? इस खेत खालिहालो के देश में अगर प्याज महंगा हो सकता है वेलेंनटाईन डे पर बिकने वाला प्यार दिखावटी क्यों नहीं हो सकता है.वो तो जरुरी है सिलेबस की तरह. है. सब कहते भी है की एक period रोमांस का भी होना चाहिए . पर गुरु क्या करे यहाँ तो सभी period रोमांस के हो गए है.इस रोमांस में से बस प्यार गायब हो गया है भाई क्योकि परिभाषा बदल गयी है न!!!!!!!!
आज का युवा अपने रास्ते खुद तय करने के चक्कर में कहा जा रहा है कुछ मालूम नहीं है. शुक्र है अपने घर के बच्चो को वो हवा नहीं लग पाई है. प्यार जिसे आज ढूंड कर भी नहीं पाया जा सकता है वो शायद अब कभी न दिखे . प्यार कोई वास्तु नहीं है जिसका प्रचार जरुरी हो प्यार कुछ अनकही कभी न कही गयी आई लव यू के घेरे से आजाद कुछ है जिसे महसूस कर पाना बेहद जरुरी है
आगे जारी रहेगा……………………………………………………………………
Read Comments