sushma's view
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MAA
नवरात्रों के पावन पर्व चल रहे है. माँ जग जननी ,माँ काली सबको अपना आशीर्वाद देने के लिए लालियत है .जरुरत है उस माँ के सभी रूपों को अराधने की .कन्या ,बेटी ,पत्नी ,माँ ,बहू ,बहन ,बुआ ,अम्मा .दादी ,नानी कितने ही रूपों में माँ साक्षात् खड़ी है ,क्या पथहर की मूर्ति के आगे दिया जलने और भोग प्रसाद चडाने भर से आप इन सभी रूपों को अपने पैरो तले दबाने के हकदार हो जाते हो . अगर नहीं ? तो सही उत्तर है . आप अब भी चेत जाये .
क्योकि या तो आप को इन सभी रूपों को पूजना पड़ेगा या फिर माँ अपने आशीर्वाद की बारिशो को यू ही समाप्त करती जाएगी . और
माँ संहार करने के लिए भी मजबूर हो सकती है
OR AASHIRVAD K LIYE BHI.
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